Saturday, 5 May 2018

प्राथमिक शिक्षकों के ग्रीष्मकालीन शिविर १४ से,पांच चरणों में होंगे 6-6 दिवस के आवासीय शिविर

बीकानेर.

            राज्य की सरकारी स्कूलों में प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने वाले करीब 1 लाख 34 हजार 646 शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये शिविर पूरे राज्य में 14 मई से 16 जून तक पांच चरणों में होंगे। हर चरण 6 दिवस का होगा जिसमें हिंदीएपर्यावरणए अंग्रेजी व गणित के नवाचारों से इन शिक्षकों को अवगत कराया जाएगा ताकि वे बच्चों को नई तकनीक एवं विधा से शिक्षण करा सके।

ये होंगे चरण

पांच चरणों मे होने वाले चरणों में हर चरण 6 दिवस का होगा। हर चरण में हिंदी के साथ पर्यावरण व अंग्रेजी के साथ गणित विषय के प्रशिक्षण 3.3 दिन दिए जाएंगे।

छात्रवृति योजना के लिए आवेदन 11 तक

बीकानेर.

                     मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना 2017-18 के अन्तर्गत आक्षेप पूर्ति का अन्तिम अवसर दिया है। मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना के अन्तर्गत पूर्व में आवेदित विधार्थियों को आक्षेपों की पूर्ति आनलाईन पार्टल ५ से ११ मइ्र्र तक 2018 तक आवश्यक रूप से कर देंवे। संबंधित महाविद्यालय 15 मई 2018 तक प्राप्त आक्षेपों की पूर्ति सहित आवेदन नोडल अधिकारी राजकीय डूंगर महाविद्यालय को प्रेषित किया जाना सुनिश्चित् करेंगे। छात्रवृति प्रभारी डॉ. सुरेन्द्र पाल मेघ ने बताया की उक्त तिथियों के बाद आक्षेपो की पूर्ति का अवसर प्रदान नहीं किया जाएगा।

ग्रेड थर्ड शिक्षक तबादले की पहली सूची कभी भी अधिकारियों के फोन बंद

                                    एजुकेशन रिपोर्टर. जोधपुर | तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की पहली सूची कभी भी आ सकती है। शिक्षा विभाग के अधिकारी वरीयता सूची बना रहे हैं। डिप्टी डायरेक्टर, डीईओ और संस्थापन शाखा से जुड़े मंत्रालयिक कर्मचारियों को शिक्षा संकुल जयपुर में कैंप लगाया गया है। इस कैंप स्थल में किसी भी व्यक्ति को घुसने नहीं दिया जा रहा। यहां तक कि शिक्षा अधिकारियों के फोन भी बंद करवा दिए गए हैं। इस बार 1 हजार से अधिक आवेदन आए हैं। ट्रांसफर के लिए शिक्षकों को चार श्रेणी में बांटा गया है। ए श्रेणी में आने वाले शिक्षकों का तबादला अनिवार्य रूप से होगा। बी श्रेणी के आवेदनों को खाली जगह होने पर तबादला किया जाएगा। वहीं सी व डी के आवेदनों को भी तबादलों की श्रेणी में तो लिया गया है, लेकिन रिक्त स्थान होने पर ही किया जाएगा। शिक्षकों ने सांसद, विधायकों और मंत्रियों के चक्कर काटने शुरू कर दिए हैं। कुछ शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के एमएलए को शिक्षा मंत्री के पास में ले जा रहे हैं। वहीं कुछ मंत्रियों व सांसदों ने शिक्षकों की सूचियां शिक्षा मंत्री को भेज दी हैं।

ग्रेड प्रथम व द्वितीय के तबादलों की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई, हजारों बैठे उम्मीद में

माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों को अभी तक जयपुर में नहीं बुलाया गया है। पहले प्रांरभिक शिक्षा के तबादले होंगे। इसके बाद में माध्यमिक शिक्षा के तबादले होंगे। वहीं अभी तक ग्रेड प्रथम व द्वितीय के तबादलों के लिए अभी तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई हैं। ऐसे में हजारों शिक्षक प्रतिबंध खुलने के बाद में तबादलों की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री, एमएलए, एमपी के पास डाला डेरा, ट्रांसफर के लिए झोंक दी ताकत

प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के नए निदेशक एसएस राजपुरोहित ने संभाला कार्यभार, कहा जमीनी स्तर पर कराएंगे काम, देखें वीडियो

BIKANER, RAJASTHAN

प्राथमिक स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाओं के लिए जमीनी स्तर पर काम करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।

प्रारंभिक शिक्षा निदेशक श्यामसिंह राजपुरोहित ने गुरुवार दोपहर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को जयपुरमें निदेशक का कार्यभार ग्रहण किया था। इस मौके पर नए निदेशक ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाओं के लिए जमीनी स्तर पर काम करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।

निदेशक ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का स्थाई समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। ताकि एक ही तरह की परेशानी के लिए बार-बार परेशान नहीं होना पड़े। तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती को लेकर कहा कि ५४ हजार शिक्षकों की भर्तियां समय पर की जाएगी। प्रारंभिक शिक्षा से सभी बच्चों को जोडऩे के लिए प्रचार-प्रसार कर नामांकन के लिए हर घर तक पहुंचा जाएगा। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने निदेशालय के कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ बैठक भी की।

ब्राह्मण समाज ने किया स्वागत
प्राशि निदेशक श्याम सिंह राजपुरोहित का बीकानेरब्राह्मण समाज ने स्वागत किया। संभागीय संयोजक केके शर्मा ने बताया कि तरुण गौड़ एवं अरुण शर्मा ने साफा भेंट किया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रकल्प प्रदेश संयोजक डॉ. मीना आसोपा, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण फैडरेशन प्रदेशाध्यक्ष सविता गौड़, पार्षद भगवती प्रसाद गौड़ तथा संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सारस्वत ने प्रतीक चिन्ह देकर अभिनन्दन किया।'

लाखों स्टूडेंट्स के मतलब की खबर, सीबीएसई के रिजल्ट आएंगे मई अंत या जून में

AJMER, RAJASTHAN

मूल्यांकन खत्म होते ही मुख्यालय सभी रीजन के परिणामों की समीक्षा करेगा।

सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं कक्षा के परिणाम मई के दूसरे पखवाड़े या जून में घोषित होंगे। बोर्ड विद्यार्थियों की कॉपियों का मूल्यांकन करा रहा है।

सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं। अजमेर , इलाहाबाद, चेन्नई, नई दिल्ली, तिरुवनंतपुरम, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, पटना, देहरादून रीजन में कॉपियों की जांच जारी है। मूल्यांकन खत्म होते ही मुख्यालय सभी रीजन के परिणामों की समीक्षा करेगा। इसके बाद रिजल्ट कमेटी की बैठक होगी। अध्यक्ष की मंजूरी मिलने के बाद सभी रीजन का परिणाम जारी किया जाएगा।

पेपर आउट घटना ने किया परेशान

बोर्ड और विद्यार्थी इस बार काफी तनाव में रहे। मार्च में दसवीं का गणित और बारहवीं का इकोनॉमिक्स का पेपर आउट हुआ था। इस घटना ने देश में हलचल मचा दी। जांच और तथ्यों के आकलन के बाद गणित का पेपर दोबारा नहीं कराने का फैसला हुआ। अलबत्ता बारहवीं का इकोनोमिक्स विषय का पेपर 25 अप्रेल को कराया गया। इसी तरह भारत बंद के चलते पंजाब में दसवीं और बारहवीं के कुछ विषयों के पेपर 27 अप्रेल को कराए गए थे।

दसवीं का रिजल्ट खास

सात साल बाद सीबीएसई ने दसवीं के सभी विद्यार्थियों की परीक्षा खुद कराई है। इससे पहले साल 2010 से 2017 तक सीसीई पैटर्न के तहत स्टूडेंट्स को स्कूल या बोर्ड से दसवीं की परीक्षा देने का विकल्प चुनना पड़ता था। पिछले साल ही बोर्ड ने दसवीं के सभी विद्यार्थियों की परीक्षा खुद कराने का फैसला किया था। इसमें ग्रेडिंग सिस्टम यथावत रखने का फैसला किया गया है। अलबत्ता इस बाद दसवीं में प्रत्येक विषय में पास होने के लिए 33 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त करना जरूरी किया गया है।

ले सकेंगे विशेषज्ञों से परामर्श
सीबीएसई के विद्यार्थी रिजल्ट आउट होने तक विशेषज्ञों से परामर्श ले सकेंगे। वे हेल्प लाइन नम्बर पर संपर्क कर सकेंगे। इसके लिए सीबीएसई ने मनोविज्ञानी, विषय विशेषज्ञ, कॅरियर काउंसर, चिकित्सक और प्राचार्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया है।

फैक्ट फाइल

सीबीएसई के रीजन-अजमेर, नई दिल्ली, इलाहाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, देहरादून, पंचकुला, गुवाहाटी, पटना, भुवनेश्वर कुल पंजीकृत विद्यार्थी-28 लाख अजमेर रीजन में विद्यार्थी-दसवीं में 1 लाख 81 हजार 304, बारहवीं में 1 लाख 43 हजार 228

अब मेडिकल बोर्ड की सिफारिश पर ही मिलेगा अवकाश

JAIPUR, RAJASTHAN, INDIA

— सीएमएचओ की अध्यक्षता में गठित होगा मेडिकल बोर्ड

जयपुर। शिक्षकों को अब प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेना ही होगा, वे अब बहाना लगाकर शिक्षक प्रशिक्षणों से बच नहीं सकेंगे। हर प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थिति शत प्रतिशत रहना अनिवार्य होगा। विशेष परिस्थितियों में ही शिक्षकों को इससे छूट मिल सकेगी।
शिक्षक प्रशिक्षणों में संभागियों की उपस्थिति व कर्मचारियों के द्वारा प्रस्तुत सिकनेस की मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच कराई जाएगी। हाल ही इस संबंध में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद से भी आदेश जारी किए गए हैं।
गौरतलब है कि शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों में बहुत से शिक्षक जाते नहीं हैं और बीमारी या अन्य कोई बहाना लगाकर उनसे छुटकारा पा लेते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। अब उन्हें अवकाश स्वीकृत कराना होगा तो मेडिकल बोर्ड से ही होगा, सिर्फ सिकनेस से कामनहीं चलेगा।

अब ये होगा
यदि किसी शिक्षक या संस्था प्रधान को कार्यमुक्त करने के बाद प्रशिक्षण से पूर्व या प्रशिक्षण के दौरान वह मेडिकल प्रमाण पत्र प्राप्त देता हैं तो उस स्थिति में सीएमएचओ की अध्यक्षता में गठित मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर ही चिकित्सकीय अवकाश स्वीकृत किया जाएगा। बिना सूचना प्रशिाण से अनुपस्थित कार्मिकों के विरूदृध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

मिल सकती है छूट
प्रशिक्षण के दौरान अत्यावश्यक कार्य होने पर ही प्रशिक्षण से छूट मिल सकती है। इसमें कोई अप्रिय घटना, दुर्घटना आदि होने की स्थिति में प्रकरण जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेजने की स्थिति में ही छूट मिल सकती है।

शिक्षक संगठन कर रहे विरोध
अवकाश स्वीकृत करने के लिए मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह राज्य सेवा के नियमों के विपरीत है।

बायोमैट्रिक से होगी उपस्थिति
प्रशिक्षण शिविरों में उपस्थिति भी बायोमैट्रिक मशीन से होगी। उपस्थिति सुबह और शाम दोनों समय होगी। इसलिए शिक्षकों को शिविरों में उपस्थित रहना भी जरूरी होगा। प्रदेशभर में इन दिनों अधिकांश शिविर अब आवासीय ही लगाए जा रहे हैं। इसका भी शिक्षक लगातार विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि प्रशिक्षण शिविर स्थल पर रात को रहने और दैनिक कार्यों की कोई व्यवस्था नहीं है।

शिक्षकों की भर्ती के ऑन लाइन आवेदन की तिथि बढ़ी,26 हजार शिक्षकों के भर्ती के लिए 7 मई तक हो सकेंगे ऑन लाइन आवेदन

Patrika
बीकानेर.

                     राज्य सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षक प्रथम लेवल के २६ हजार पदों पर भर्ती के ऑन लाइन आवेदन की तिथि ७ मई तक बढ़ा दी है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक एस.एस.पुरोहित ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक प्रथम लेवल के २६ हजार पदों पर भर्ती के आवेदन की अंतिम तिथि ३० अप्रेल को समाप्त हो गई थी। तकनीकी दिक्कतों के कारण कई लोग ऑन लाइन आवेदन से वंचित रह गए। ऐसे लोगों के लिए राज्य सरकार ने आवेदन की अवधि ७ मई तक बढ़ा दी है।

इधर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने तृतीय श्रेणी शिक्षक लेवल द्वितीय की भर्ती की तैयारी शुरू कर दी है। लेवल द्वितीय के २८ हजार पदों पर भर्ती होनी है। इन पदों को लिए निदेशालय को ५ मई तक इन शिक्षकों के डॉटा बेस मिल जाएंगे। 25 मई तक मैरिट के आधार पर कट ऑफ सूची जारी हो सकेगी।

नए निदेशक ने संभाला कार्यभार,जमीनी स्तर पर कराएंगे काम - राजपुरोहित
बीकानेर. प्रारंभिक शिक्षा निदेशक श्यामसिंह राजपुरोहित ने गुरुवार दोपहर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को जयपुर में निदेशक का कार्यभार ग्रहण किया था। इस मौके पर नए निदेशक ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाओं के लिए जमीनी स्तर पर काम करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।

निदेशक ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का स्थाई समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। ताकि एक ही तरह की परेशानी के लिए बार-बार परेशान नहीं होना पड़े।

तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती को लेकर कहा कि ५४ हजार शिक्षकों की भर्तियां समय पर की जाएगी। प्रारंभिक शिक्षा से सभी बच्चों को जोडऩे के लिए प्रचार-प्रसार कर नामांकन के लिए हर घर तक पहुंचा जाएगा। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने निदेशालय के कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ बैठक भी की।

ब्राह्मण समाज ने किया स्वागत
प्राशि निदेशक श्याम सिंह राजपुरोहित का बीकानेर ब्राह्मण समाज ने स्वागत किया। संभागीय संयोजक केके शर्मा ने बताया कि तरुण गौड़ एवं अरुण शर्मा ने साफ ा भेंट किया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रकल्प प्रदेश संयोजक डॉ. मीना आसोपा, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण फैडरेशन प्रदेशाध्यक्ष सविता गौड़, पार्षद भगवती प्रसाद गौड़ तथा संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सारस्वत ने प्रतीक चिन्ह देकर अभिनन्दन किया।

हाईकोर्ट ने पूछा- केवल रीट के अंकों के आधार पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2018 क्यों?

Dainikbhaskar.
जयपुर।

हाईकोर्ट ने तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती-2018 की भर्ती केवल रीट के अंकों के आधार पर करने के मामले में राज्य सरकार और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को नोटिस जारी कर पूछा है कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। न्यायाधीश वीएस सिराधना ने यह अंतरिम निर्देश महेन्द्र कुमार जाटोलिया की याचिका पर दिया।

 याचिका में कहा कि सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के बीस हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती निकाली थी। इसमें चयन के लिए रीट के अंकों का ही आधार रखा है। एनसीटीई की 11 फरवरी 2011 की अधिसूचना के अनुसार रीट के अंकों को केवल भर्ती में वरीयता दी जा सकती है। इससे पहले रीट-2015 में 14 अंक बोनस के लिए गए और परीक्षा परिणाम 48 फीसदी रहा। जबकि रीट-2017 में परिणाम 35 फीसदी रहा। साथ ही इसके सात विवादित प्रश्नों का मामला हाईकोर्ट में लंबित है। ऐसे में यदि रीट के अंकों के आधार पर ही भर्ती की गई तो इसका सारा लाभ वर्ष 2015 में हुई रीट के अभ्यर्थियों को मिलेगा। याचिका में आग्रह किया है कि भर्ती लिखित परीक्षा या स्कैलिंग के जरिए हो।

स्कूलों की इस गलती की सजा भुगत रहे 5 हजार विद्यार्थी, कहीं भविष्य पर न लटक जाए तलवार

लापरवाही करने वाली स्कूलों को नोटिस देने की तैयारी

अभिषेक बिस्सा/जोधपुर. प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन २०१८ (५वीं बोर्ड) का परिणाम गत दिनों घोषित हुआ था। इस परीक्षा में जोधपुर जिले से ५८०२ विद्यार्थियों का परिणाम इसलिए रोक दिया गया, क्योंकि स्कूलों से समय पर सत्रांक नहीं भेजे गए। इन स्कूलों को कई बार वेबसाइट पर सत्रांक अपलोड करने के लिए कहा गया था, लेकिन यह कार्य नहीं किया। इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से लापरवाह सरकारी विद्यालयों को नोटिस दिया जाएगा। संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले जिम्मेदारों को १७ सीसीए के तहत चार्जशीट थमाई जाएगी। साथ ही, निजी स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। गंभीर गलती पाए जाने पर मान्यता तक रद्द की जा सकती है।



जिले में अब तक के रिकॉर्ड अनुसार ४९८ सरकारी व निजी विद्यालयों ने समय पर सत्रांक वेबसाइट पर अपलोड नहीं किए, जबकि ५०९० स्कूलों के ७८,९०२ विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया था। सत्रांक के साथ आेएमआर सीटों में भी कुछ खामियों के चलते बच्चों के परीक्षा परिणाम रोके गए हैं। स्कूलों की इस लापरवाही के कारण जोधपुर में अधिकतर अभिभावक व बच्चे चिंता में हैं।



सत्रांक नहीं भेजने वाली स्कूलों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ने शनिवार तक का समय दिया है। इस संबंध में सभी ब्लॉक को सूची भिजवा दी गई हैं। इसमें सभी ब्लॉक परीक्षार्थियों से संबंधित विषयों की पूर्ति करके इसके बाद डाइट को सूचित करेंगे। उसके बाद रिजल्ट घोषित किया जाएगा।



इस परीक्षा में समय पर सत्रांक नहीं भेजने वाली स्कूलों के जिम्मेदारों को १७ सीसीए के तहत चार्जशीट दी जाएगी, क्यों कि यह सीधे तौर पर कर्तव्यों के प्रति लापरवाही है। निजी स्कूलों को भी नोटिस दिया जाएगा। ज्यादा लापरवाही सामने आई तो मान्यता तक रद्द की जाएगी।


ज्यादात्तर स्कूलों ने सत्रांक नहीं भेजा है। सभी ब्लॉक को सूची भेज दी गई है। कुछ स्कूलों का कहना है कि हमने सत्रांक समय पर भेज दिया, लेकिन ढंग से लॉक नहीं हुआ है। सभी को शनिवार तक का समय दिया गया है।

वरिष्ठ अध्यापक गणित की डीपीसी सूची में अनियमितताओं से परेशान

                        वरिष्ठ अध्यापक गणित पद पर वर्ष 2018-19 की नियमित डीपीसी के लिए जारी की गई सूची में छोड़ी गईं अनियमितताओं के कारण शिक्षकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

कस्बा निवासी अध्यापक दीपक पाण्डेय सहित अनेक शिक्षकों ने बताया कि उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग भरतपुर द्वारा तृतीय श्रेणी शिक्षक की मण्डल स्तरीय अस्थाई वरीयता सूची में मंडल क्रमांक नं. 134 पर नाम होने के बाद भी उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा भरतपुर द्वारा जारी की गई वरिष्ठ अध्यापक गणित पद पर वर्ष 2018-19 की नियमित डीपीसी सूची में नाम गायब कर दिया है। जिससे आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सूची में नाम जुड़वाने को लेकर उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा भरतपुर कार्यालय में परिवेदना दी है।

135 दिन बाद एक सितंबर से खुलेंगे स्कूल:9वीं-11वीं की सुबह 7:30 से 12:30 तक लगेगी क्लास, 10वीं-12वीं वालों को 8 बजे से जाना होगा, पेरेंट्स की लिखित में अनुमति जरूरी...

 बीकानेर लेखक: दिलीप सिंह पंवार बीकानेर जिले में 56 और सबसे अधिक बाड़मेर जिले में 113 स्कूलों को क्रमोन्नत किया गया है। - Dainik Bhaskar बीक...