मोहित शर्मा/ जयपुर।
एक ओर तो सरकार महिला सुरक्षा की बात कर रही है, दूसरी ओर महिला शिक्षकों के आवासीय शिविरों में महिला सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। हाल ही भीलवाड़ा जिले के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, सुवाणा में चल रहे उदयपुर जिले के वरिष्ठ अध्यापकों के प्रशिक्षण शिविर में हंगामा हो गया। महिला शिक्षकों के आवासीय शिविर में कैमरे लगे हुए थे। महिलाएं इन कमरों में दो दिन तक ठहरी रही। बाद में पता चला की इन कैमरों में उनकी रिकार्डिंग हो रही है। महिला शिक्षकों ने इसका जमकर विरोध भी किया। उनका कहना था कि महिलाओं के कमरों में कैमरे लगाना गलत है। स्कूल प्रशासन को इन्हें दूसरे कैमरों में ठहराना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह उनकी निजता का हनन है। उन्होंने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ जांच की मांग की है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से भुवाणा के मॉडल स्कूल में यह 10 दिवसीय चल रहा है। महिलाओं ने उनके कमरों में कैमरे लगे होने की बात पता चलने पर हंगामा किया और शुक्रवार को धरने पर बैठ गई। वहीं दूसरी ओर शिविर प्रभारी अशोक कुमार श्रोत्रिय ने बताया कि कमरों में कैमरे तो लगे हुए हैं, लेकिन रिकॉर्डिंग चालू नहीं है। शिक्षकों की संतुष्टि के लिए आज इन पर टेप रोल लगवा देंगे।
शिविर का करेंगे बहिष्कार
आवासीय शिविर में आए शिक्षकों ने बताया कि महिला सुरक्षा के नाम पर शिविर में कोई व्यवस्था नहीं थी। लैट बाथ में भी पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने से उन्हें परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की व्यवस्था रही तो वे इन शिविरों का बहिष्कार करेंगे।
टॉयलेट में पानी नहीं
महिला शिक्षिकाओं ने बताया कि टॉयलेट में भी पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से महिलाओं को दैनिक कार्यों में परेशानी हुई। नहाने के लिए भी पानी वॉसवेशन ले लेना पड़ा।
मालूम करती हूं
मैं अवकाश पर हूं। कैमरे तो लगे हैं पर उन्हें तो हमने ढंकवा दिया था। मालूम करती हूं क्या मामला है।
इंदिरा आर्य, संस्था प्रधान, स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, सुवाणा
दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई
शिक्षकों को गृह जिले में ही गैर आवासीय शिविर कराएं जाएं। महिला शिक्षकों के लिए सुरक्षा की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। शिक्षकों को शिविर के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में महिला शिक्षिकाओं के कमरों में जो कैमरे लगे हुए थे वह निंदनीय है, इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
शेर सिंह चौहान, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ
एक ओर तो सरकार महिला सुरक्षा की बात कर रही है, दूसरी ओर महिला शिक्षकों के आवासीय शिविरों में महिला सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। हाल ही भीलवाड़ा जिले के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, सुवाणा में चल रहे उदयपुर जिले के वरिष्ठ अध्यापकों के प्रशिक्षण शिविर में हंगामा हो गया। महिला शिक्षकों के आवासीय शिविर में कैमरे लगे हुए थे। महिलाएं इन कमरों में दो दिन तक ठहरी रही। बाद में पता चला की इन कैमरों में उनकी रिकार्डिंग हो रही है। महिला शिक्षकों ने इसका जमकर विरोध भी किया। उनका कहना था कि महिलाओं के कमरों में कैमरे लगाना गलत है। स्कूल प्रशासन को इन्हें दूसरे कैमरों में ठहराना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह उनकी निजता का हनन है। उन्होंने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ जांच की मांग की है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से भुवाणा के मॉडल स्कूल में यह 10 दिवसीय चल रहा है। महिलाओं ने उनके कमरों में कैमरे लगे होने की बात पता चलने पर हंगामा किया और शुक्रवार को धरने पर बैठ गई। वहीं दूसरी ओर शिविर प्रभारी अशोक कुमार श्रोत्रिय ने बताया कि कमरों में कैमरे तो लगे हुए हैं, लेकिन रिकॉर्डिंग चालू नहीं है। शिक्षकों की संतुष्टि के लिए आज इन पर टेप रोल लगवा देंगे।
शिविर का करेंगे बहिष्कार
आवासीय शिविर में आए शिक्षकों ने बताया कि महिला सुरक्षा के नाम पर शिविर में कोई व्यवस्था नहीं थी। लैट बाथ में भी पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने से उन्हें परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की व्यवस्था रही तो वे इन शिविरों का बहिष्कार करेंगे।
टॉयलेट में पानी नहीं
महिला शिक्षिकाओं ने बताया कि टॉयलेट में भी पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से महिलाओं को दैनिक कार्यों में परेशानी हुई। नहाने के लिए भी पानी वॉसवेशन ले लेना पड़ा।
मालूम करती हूं
मैं अवकाश पर हूं। कैमरे तो लगे हैं पर उन्हें तो हमने ढंकवा दिया था। मालूम करती हूं क्या मामला है।
इंदिरा आर्य, संस्था प्रधान, स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, सुवाणा
दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई
शिक्षकों को गृह जिले में ही गैर आवासीय शिविर कराएं जाएं। महिला शिक्षकों के लिए सुरक्षा की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। शिक्षकों को शिविर के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में महिला शिक्षिकाओं के कमरों में जो कैमरे लगे हुए थे वह निंदनीय है, इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
शेर सिंह चौहान, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ
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